भारत में तेजी से बढ़ रहे ओमिक्रोन वैरिएंट के मामलो को लेकर जहां एक ओर चिंता बड़ी हैं तो वहीं दूसरी ओर इससे निपटने में कारगर उपायों पर भी तेजी से कार्य चल रहा हैं। इन सब के बीच ओमिक्रोन से लड़ने में भारतीय वैज्ञानिकों ने एक कामयाबी हासिल की हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ( आइसीएमआर ) के असम स्थित डिब्रूगढ़ केंद्र ने कोरोना जांच के लिए एक ऐसी किट विकसित की है जिससे मात्र दो घंटे के भीतर ओमिक्रोन वैरिएंट संक्रमण का पता चल जाएगा। और कोरोना की इस जंग में ये बेहद अहम साबित होगी। बता दें की ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर अब तक कि सबसे बड़ी समस्या इसकी त्वरित जांच ही है । वर्तमान में ओमिक्रोन वैरिएंट का पता लगाने के लिए संक्रमित व्यक्ति के नमूने की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाती है जिससे ज्यादा वक्त लगता है । आइसीएमआर के पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों की एक टीम ने यह टेस्ट किट विकसित की है । टीम के लीडर डॉ. विश्वज्योति बोरकाकोटी ने कहा कि लक्षित सीक्वेंसिंग में अभी कम से कम 36 घंटे का समय लगता है जबकि संपूर्ण जीनोम सीक्वेंसिंग में चार से पांच दिन लगते हैं । आरएमआरसी ने हाइड्रोलिसिस आधारित आरटी – पीसीआर टेस्ट किट तैयार कर ली हैं जिससे 2 घंटे में ही ओमिक्रोन का पता लग सकेगा।