नई दिल्ली– केंद्रीय श्रम मंत्रालय का दावा है कि कोरोना की तीसरी लहर के बीच प्रवासी मजदूर अपने गंतव्य की ओर नहीं लौट रहे हैं। मंत्रालय ने उन मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि महामारी के प्रभाव से बचने के लिए बड़ी संख्या में कामगार शहरों से अपने गांव लौटने लगे हैं।
श्रम मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें पूरे घटनाक्रम पर नजर रख रही हैं और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। बयान कहा है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में मजदूरों के लौटने की खबरें छपी हैं, जो कि सच नहीं हैं। ऐसी रिपोर्टिंग पुरानी तस्वीरों के आधार पर की गई।
केंद्रीय श्रम सचिव सुनील बरथवाल ने कोरोना महामारी से बिगड़ते हालत को लेकर बुधवार को सभी राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की और प्रवासी मजदूरों को लेकर की गई व्यवस्थाओं और तैयारियों की जानकारी ली है।