नई दिल्ली– देश में लगातार बढ़ रहे ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार इससे निपटने की तैयारियों में जुट गई है। जिसके चलते वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को मेडिकल आक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वार्ता की। वहीं गोयल ने ट्वीट कर कहा कि , देश में मेडिकल आक्सीजन की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। महामारी के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए पर्याप्त रूप से इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रभावी तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया।
बताते चलें कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान आक्सीजन की मांग पूर्ण रूप से बढ़ गई थी। पहली लहर में जहां इसकी अधिकतम मांग 3095 मीट्रिक टन थी, तो वहीं दूसरी में यह करीब 9000 मीट्रिक टन तक पहुंच गई थी। इस साल मई में आक्सीजन की आपूर्ति 9600 टन प्रतिदिन हो गई थी। दिसंबर, 2019 की तुलना में यह करीब 10 गुना ज्यादा थी। देश में ओमिक्रोन वैरियंट के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रहीं है। जिसके चलते केंद्र सरकार आक्सीजन की उपलब्धता को लेकर अलर्ट हो गई है।
वहीं बता दें पीएम नरेन्द्र मोदी ने 10 जनवरी 2022 से हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स व 60 साल से अधिक उम्र के गंभीर बीमारी पीड़ित बुजुर्गों के लिए सतर्कता डोज देने का एलान किया था। मगर अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि सतर्कता डोज के रूप में पहले लगाई जा चुकी वैक्सीन ही दी जाएगी या फिर नई वैक्सीन लगाई जाएगी। आइसीएमआर के महानिदेशक डाक्टर बलराम भार्गव ने बताया कि इसको लेकर एनटागी (नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप आन इम्युनाइजेश) व अन्य विशेषज्ञों के साथ लगातार वार्ता की जा रहीं है। जिस पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा। देश में मौजूद सभी वैक्सीनों की उपलब्धता और डोज की जरूरत का भी हिसाब लगाया जा रहा है।