मुन्ना अंसारी
लालकुआँ :- अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर आज सेंचुरी पेपर मिल के मुख्य द्वार पर सेंचुरी पल्प एण्ड वर्कर्स यूनियन ने जनसभा आयोजित करते हुए श्रमिक हितों की बात कही ।
इस दौरान सीपीपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष डी एन सुयाल ने कहा कि आज पूंजीवादी सरकारों की जो नीतियां है वो मजदूर हितों में कतई नही है सरकार द्वारा श्रम कानूनों पर पावंदी लगाये जाने का जो प्रयास किया है उसके और अधिक घातक परिणाम देखने को मिलेंगे, उन्होंने कहा कि श्रमिक हितों की बात करने वाले कई संगठन को सरकार के द्वारा तोड़ने का पूरा प्रयास किया जाता है कभी धर्म के नाम पर कभी जाति के नाम पर हमेशा तोड़ने का प्रयास किया जाता है । ऐसे में सभी ठेकेदारी मजदूरों और वर्कर्स मजदूरों को एकजुटता के साथ मजदूर हितों के लिये आगे आना चाहिये ।
वही इंकलाबी मजदूर केन्द्र के सदस्य पंकज कुमार ने कहा कि सेंचुरी पेपर मिल में 10 हजार से अधिक कर्मचारी कार्य करते हैं जिनमे स्थाई कर्मचारी, कैजुअल कर्मचारी, अस्थाई कर्मचारी शामिल हैं दो वर्ष बाद कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसकी श्रमिको द्वारा सराहना की जा रही है मजदूरों का अपना भी एक इतिहास रहा है जिसमे लम्बे संघर्ष के बाद 8 घण्टे कार्य का हक हासिल किया जा सका है । वही उन्होंने कहा कि सेंचुरी पेपर मिल एशिया में पेपर उधोग में अपनी एक अलग ही पहचान रखती है जिसमे पहले 8 यूनियन हुआ करती थी जिसमे मैनेजमेंट द्वारा कोविडकाल के दौरान 2 यूनियनों को मिल से बाहर कर दिया गया अब वर्तमान में 6 यूनियन रजिस्टर है ऐसे में युनियनों के सामने सवाल है कि वो एकजुट होकर किस तरह से मजदूरो के संघर्षों को आगे बढ़ाते हैं ।
इस दौरान अध्यक्ष देवकीनंदन सुयाल, कैलाश चोसाली, पंकज कुमार, कैलाश मेलकानी, राजेंद्र गंगवार, अनिल सिंह, महेंद्र नेगी, संजय सिंह, गजेंद्र सिंह रैकवाल, एसपी शुक्ला, दिनेश राय, प्रमोद राय, हेमचंद्र, राजेंद्र शर्मा, राजेश शर्मा, राजेश कुमार, रविंद्र पाल, योगेश सिंह डसीला, मुरारी लाल गुप्ता, राम सागर मिश्रा, किशन सिंह बघरी, परमानंद मेलकानी, किशन सिंह नयाल, पंकज कुमार, बी एस रावत, एम एस नगरकोटी, नंदराम, कन्हैया लाल गुप्ता आदि श्रमिक शामिल रहे ।