
मुन्ना अंसारी
देहरादून :- कांग्रेस से निष्कासित होते ही पार्टी के प्रदेश उपध्यक्ष अकील अहमद के कांग्रेस के बड़े नेताओं देवेंद्र यादव, मोहन प्रकाश, हरीश रावत, रंजीत रावत पर कई बड़े गंभीर आरोप लगाए। अकील अहमद ने कहा कि सभी के संज्ञान में था कि मैंने दस बिंदुओ का मांग पत्र पार्टी में रखा है, जिसमें मुस्लिम यूनिवर्सिटी भी एक मुद्दा भी था। अकील अहमद कांग्रेस से 6 साल के लिए निकाले जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा केवल मुझे ही क्यों संगठन से बाहर किया गया है कार्यवाही तो सभी नेताओं पर होनी चाहिए थी ।
अकील अहमद ने कहा कि मैं पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं लेकिन मेरे ऊपर हार का सारा ठीकरा फोड़ा गया है । उन्होंने कहा कि हरीश रावत बताए कि 2016 में मुझे उपाध्यक्ष और राज्यमंत्री क्यों बनाया गया, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के बयान पर भी अकील अहमद ने नाराजगी जताई ।
उन्होंने कहा कि प्रीतम सिंह और हरीश रावत के लोग चापलूसी करते हैं। मेरे ऊपर मुस्लिम होने के चलते कार्यवाही की गई ।