
मुन्ना अंसारी
लालकुआँ :- विश्व प्रसिद्ध मोटिवेशन गुरू एवं लेखक शिव खेड़ा ने सेंचुरी पल्प एण्ड पेपर मिल में आयोजित चार दिवसीय हाई इंपैक्ट लीडरशिप प्रोग्राम में पहुँचकर सेंचुरी मिल के दर्जनों अधिकारियों और कर्मचारियों के सकारात्मक सोच के लिये प्रेरित करते हुए जीवन मे सफलता के लक्ष्यों की जानकारी दी इसके साथ ही कारखाना में किस तरह से जीवन को परिवर्तित करने के लिये अपनी नकारात्मक विचारों को नष्ट करने के लिये मन में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है ।
इस दौरान कार्यशाला के समापन अवसर पर मोटिवेशन गुरू शिव खेड़ा ने कहा कि सेंचुरी में अधिकतर अधिकारी पहले से ही मोटिवेट है जिनको ज्यादा समझाने की आवश्यकता नही हुई उनके जीवन को और अधिक खुशहाल करने के लिये अच्छे माहौल की जरूरत होती है जहाँ का वातावरण अच्छा होगा वहाँ कामयाब अपने आप ही हुआ जा सकता है सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति की कोई मदद नही कर सकता इसलिए जरूरी है कि हम एक दूसरे से प्रेरणा ले जिससे जीवन को सफल किया जा सके ।
उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को आप जितना मोटिवेट करेंगे वह व्यक्ति उतनी ही उन्नति प्राप्त कर राष्ट्र निर्माण की ओर बढ़ेगा यह बात उन्होंने पिछले 4 दिनों से सेंचुरी पल्प एंड पेपर के कम्युनिटी हॉल में चल रही हाई इंपैक्ट लीडरशिप प्रोग्राम के दौरान कही उन्होंने कहा कि जो विजेता होता है उसका लक्ष्य एक होता है लेकिन उन चीजों को अलग-अलग तरीके से करके वह अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है, खरी बात में बोलने वाले शिव खेड़ा कहते हैं कि मुझे कुछ करना चाहिए यह शब्द सिर्फ विजेता बोलता है लेकिन हारने वाले बोलते हैं कि कुछ होना चाहिए।
उन्होंने बिरला ग्रुप और कंपनीज की सराहना करते हुए कहा कि इस ग्रुप के सिद्धांत मेरे सिद्धांत से मिलते हैं इसलिए मैं उत्तराखंड के इस संस्थान में आया तथा मैंने पहले से ही मोटिवेटेड अधिकारियों को एक दिशा दी हालांकि यह सब अधिकारी पहले से ही अपने कार्य में मोटिवेटेड है लेकिन नई दिशा देने से उन्हे नया जोश भरा तथा अपने लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़कर संस्थान की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगे उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का काम सिर्फ पैसा बनाना है लेकिन यह ग्रुप पैसा कमाने की दिशा में कार्य कर रहा है जिससे मेरे सिद्धांत इस ग्रुप के साथ मिले इसलिए मैं यहां आकर मोटिवेशन कार्यक्रम कर रहा हूं।
चार दिन तक चले इस कार्यक्रम के आज समापन के दौरान उन्होंने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता तथा लालकुआँ के 80 अधिकारियों और कर्मचारियों को मार्केटिंग के गुर सिखाते हुए कहा कि अगर आप इंजीनियर या डॉक्टर हैं तब आप एक ही काम कर सकते हैं पर यदि आपके पास कोई डिग्री नहीं है तो आप कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन जीवन में लक्ष्य को लेकर के ही सफलता मिल सकती है जिसके तोलने के अलग-अलग पैमाने हैं, व्यक्ति उन्हीं पैमानों पर चल कर आगे बढ़ता है और अपनी नई मंजिल हासिल करता है, उन्होंने दो टूक कहा हमारी बिजनेस से संबंधित समस्याएं नहीं होती लेकिन हमारी लोगों से संबंधित समस्या अधिक होती हैं, उन्होंने कहा कि जब कभी कोई व्यक्ति कहता है कि वह यह नहीं कर सकता है तो असल में वह दो चीजें कह रहा है या तो मुझे पता नहीं या यह कैसे होगा या मैं उसे करना नहीं चाहता उन्होंने कहा कि इंस्पिरेशन सोच है जबकि मोटिवेशन कार्रवाई है, तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने और कारखाने के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय कॉल ने अनेक अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रमाण पत्र देकर अपने लक्ष्य को और निखारने पर जोर देते हुए इस मोटिवेशन प्रोग्राम से सीख लेने का आह्वान किया ।
इस दौरान दिल्ली से पहुंचे वरिष्ठ अधिकारी कामेश दीक्षित, सेंचरी पल्प एंड पेपर के एचआर हेड अरुण प्रकाश पाण्डेय, वरिष्ठ अधिकारी परितोष राय, संजय कुमार बाजपेयी, नरेश चंद्रा, संजय यादव सहित कई अधिकारी मौजूद रहे ।